Class 12 Physics ,Electric Field ,Electric Lines Of Force || कक्षा 12 भौतिकी, विद्युत क्षेत्र, विद्युत बल रेखाएँ
Bihar Board Class 12th Physics

Class 12 Physics ,Electric Field ,Electric Lines Of Force || कक्षा 12 भौतिकी, विद्युत क्षेत्र, विद्युत बल रेखाएँ

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Class 12 Physics ,Electric Field ,Electric Lines Of Force ||

♦ विद्युत क्षेत्र (Electric field) ♦

किसी आवेश के चारो ओर का वह क्षेत्र जहाँ तक वह अन्य आवेश पर स्थिर विद्युत बल लगा सकता है उस आवेश का विद्युत क्षेत्र कहलाता वह है ।

• श्रोत आवेश (Source charge) :- वह आवेश जो विद्युत क्षेत्र उत्पन्न करता है श्रोत आवेश बहलाता है।

• परिक्षण आवेश (Test charge) :- श्रोत आवेश से उत्पन्न क्षेत्र के प्रभाव का परिक्षण करने वाले आवेश को परिक्षण आवेश कहा जाता है।

विद्युत क्षेत्र की तीव्रता (Electric field intensity) :- विद्युत क्षेत्र के किसी बिन्दु पर स्थित एकांक धनावेश जितने बल का अनुभव करता है उसे उस बिन्दु पर विद्युत क्षेत्र की तीव्रता कहते है।

माना विद्युत क्षेत्र के किसी विन्दु पर रखा गया परिक्षण आवेश q० पर बल F का अनुभव करता है तब उस बिंदु पर विद्युत क्षेत्र की तीव्रता
        E = F/q०

• विधुत क्षेत्र की तीव्रता एक सदिश राशि होती है। इसकी दिशा उस परिक्षण आवेश पर लगने वाले बल की दिशा में होती है ।

• इसका मात्रक न्यूटन /कुलाॅम्ब (N/C) होता है।

[ Electric field intensity = MLT -3A -1 ]


Class 12 Physics ,Electric Field ,Electric Lines Of Force ||

♦ विद्युत बल रेखाएँ (Electric lines of force) ♦

विद्युत बल रेखाओं की कल्पना सर्वप्रथम माइकल फैराडे ने की थी। किसी विद्युत क्षेत्र में खींची गई वह काल्पनिक वक्र रेखाएं जिस पर एक स्वतंत्र एकांक धनावेश गति करता है, विद्युत बल रेखाएं कहलाता है |

• विद्युत बल रेखाएँ हमेशा धनावेश से प्रारंभ होकर ऋणावेश पर समाप्त होती है।

विद्युत बल रेखाओं के गुण :-

• यह हमेशा धन आवेश से प्रारंभ होती है तथा ऋण आवेश पर समाप्त होती है

• विद्युत बल रेखाएं चालक के सतह के लंबवत निकलती है तथा लंबवत समाप्त होती है।

• विद्युत बल रेखाओं की किसी भी बिंदु पर खींची गई स्पर्श रेखा उस बिंदु पर परिणामी तीव्रता की दिशा प्रदर्शित करता है।

• विद्युत बल रेखाएं एक दूसरे को नहीं कटती है।
क्योंकि यदि बल रेखाएं एक दूसरे को काटती है तो कटान बिंदु पर उस विद्युत क्षेत्र के दो दिशा प्रदर्शित होता है जो कि असंभव है।

• विद्युत बल रेखाएं चालक से होकर नहीं गुजरती है अतः किसी चालक के अंदर विद्युत क्षेत्र की तीव्रता शून्य होती है।

• विद्युत बल रेखाएं जहां सघन होते हैं वहां विद्युत क्षेत्र की तीव्रता अधिक तथा जहां विद्युत बल रेखाएं विरल होते हैं वहां क्षेत्र की तीव्रता कम होती है।


♦ विद्युत द्विध्रुव (Electric dipole) ♦

दो बिंदु आवेशों का एक System है जिनके परिमाण समान तथा प्रकृति विपरीत होते हैं तथा बिंदु आवेश एक दूसरे से अल्प दूरी पर स्थित होते हैं , विद्युत द्विध्रुव कहा जाता है।

Ex :-  HCl, H2O etc

माना दो बिंदु आवेश +q तथा -q है और उनके बीच की दूरी 2l हो तो विद्युत द्विध्रुव

विद्युत द्विध्रुव आघूर्ण (Electric dipole moment) :- विद्युत द्विध्रुव के किसी एक आवेश तथा दोनों आवेशों के बीच की दूरी के गुणनफल को विद्युत द्विध्रुव आघूर्ण कहा जाता है। इसे P से सूचित करते हैं।
           P = q × 2l

• इसका S.I मात्रक कूलंब•मीटर (C.m) होता है।

• यह एक सदिश राशि है इसकी दिशा द्विध्रुव के अक्ष के अनुदिश ऋण आवेश से धन आवेश की ओर होता है।


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